| शब्द का अर्थ | 
					
				| उझिल					 : | स्त्री० [हिं० उझलना] १. उलझने या उँड़ेलने की क्रिया या भाव। २. उझल या उँड़ेलकर लगाया हुआ ढेर। उदाहरण—रूपकी उझिल आछे नैनन पै नई नई।—घनानंद।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझिलाना					 : | स० =उझलना। (उँड़ेलना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझिला					 : | स्त्री० [हिं० उझिलना] १. उबटन के लिए उबाली हुई सरसों। २. पिसे हुए पोस्त के दानों के साथ महुए को उबालकर बनाया हुआ एक प्रकार का पेय। ३. खेत की ऊँची भूमि से खोदी हुई मिट्टी जो उसके गड्ढ़ों में भरी जाती है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझिल					 : | स्त्री० [हिं० उझलना] १. उलझने या उँड़ेलने की क्रिया या भाव। २. उझल या उँड़ेलकर लगाया हुआ ढेर। उदाहरण—रूपकी उझिल आछे नैनन पै नई नई।—घनानंद।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझिलाना					 : | स० =उझलना। (उँड़ेलना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| उझिला					 : | स्त्री० [हिं० उझिलना] १. उबटन के लिए उबाली हुई सरसों। २. पिसे हुए पोस्त के दानों के साथ महुए को उबालकर बनाया हुआ एक प्रकार का पेय। ३. खेत की ऊँची भूमि से खोदी हुई मिट्टी जो उसके गड्ढ़ों में भरी जाती है। | 
			
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