| शब्द का अर्थ | 
					
				| उत्कंठा					 : | स्त्री० [सं० उद्√कण्ठ् (अत्यंत चाह)+अ-टाप्] [वि० उत्कंठित] १. कोई काम करने या कुछ पाने की प्रबल इच्छा। उत्कट या तीव्र अभिलाषा। चाव। (लांगिंग) २. किसी कार्य के होने में विलंब न सहकर उसे चटपट करने की अभिलाषा। (साहित्य) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उत्कंठातुर					 : | वि० [सं० उत्कंठा-आतुर, तृ० त०] जो कोई प्रबल या तीव्र अभिलाषा पूरी करने के लिए उत्कंठा के कारण आतुर हो। उदाहरण—मैं चिर उत्कंठातुर।—पंत। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| उत्कंठा					 : | स्त्री० [सं० उद्√कण्ठ् (अत्यंत चाह)+अ-टाप्] [वि० उत्कंठित] १. कोई काम करने या कुछ पाने की प्रबल इच्छा। उत्कट या तीव्र अभिलाषा। चाव। (लांगिंग) २. किसी कार्य के होने में विलंब न सहकर उसे चटपट करने की अभिलाषा। (साहित्य) | 
			
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				| उत्कंठातुर					 : | वि० [सं० उत्कंठा-आतुर, तृ० त०] जो कोई प्रबल या तीव्र अभिलाषा पूरी करने के लिए उत्कंठा के कारण आतुर हो। उदाहरण—मैं चिर उत्कंठातुर।—पंत। | 
			
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