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			| शब्द का अर्थ |  
				| उत्तरारणी					 : | स्त्री० [सं० उत्तर-अरणी, कर्म० स०] अग्निमंथन की दो लकड़ियों में से ऊपर रहनेवाली लकड़ी। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उत्तरारणी					 : | स्त्री० [सं० उत्तर-अरणी, कर्म० स०] अग्निमंथन की दो लकड़ियों में से ऊपर रहनेवाली लकड़ी। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |