| शब्द का अर्थ | 
					
				| उत्प्रेक्षण					 : | पुं० [सं० उद्-प्र√ईक्ष् (देखना)+ल्युट-अन] १. सावधान होकर ऊपर की ओर देखना। २. ध्यानपूर्वक देखना-भालना या सोचना। ३. एक वस्तु से दूसरी वस्तु की तुलना करना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उत्प्रेक्षणीय					 : | वि० [सं० उद्-प्र√ईक्ष्+अनीयर] जिसका उत्प्रेक्षण होने को हो अथवा जो उत्प्रेक्षण के योग्य हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उत्प्रेक्षण					 : | पुं० [सं० उद्-प्र√ईक्ष् (देखना)+ल्युट-अन] १. सावधान होकर ऊपर की ओर देखना। २. ध्यानपूर्वक देखना-भालना या सोचना। ३. एक वस्तु से दूसरी वस्तु की तुलना करना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उत्प्रेक्षणीय					 : | वि० [सं० उद्-प्र√ईक्ष्+अनीयर] जिसका उत्प्रेक्षण होने को हो अथवा जो उत्प्रेक्षण के योग्य हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |