| शब्द का अर्थ | 
					
				| उदरना					 : | अ० [हिं० उदारना०] १. फटना। २. छिन्न-भिन्न होना। अ०=उतरना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उदरना					 : | अ० [हिं० उदारना०] १. फटना। २. छिन्न-भिन्न होना। अ०=उतरना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |