| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| उद्गतार्थ					 : | पुं० [सं० उदगत-अर्थ, कर्म० स०] ऐसी चीज जिसका दाम कुछ समय तक पड़े रहने से ही बढ़ गया हो। (अर्थशास्त्र) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उद्गतार्थ					 : | पुं० [सं० उदगत-अर्थ, कर्म० स०] ऐसी चीज जिसका दाम कुछ समय तक पड़े रहने से ही बढ़ गया हो। (अर्थशास्त्र) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |