| शब्द का अर्थ | 
					
				| उधारन					 : | वि० [सं० उद्धार] उद्धार करनेवाला। उद्धारक। (यौ शब्दों के अंत में, जैसे—विपत्ति-उधारन)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उधारना					 : | स० [सं० उद्वरण] किसी को विपत्ति या संकट से निकालना या मुक्त करना। उद्धार करना। उदाहरण—कौने देव बराय बिरद हित हठि हठि अधम उधारे।—तुलसी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उधारन					 : | वि० [सं० उद्धार] उद्धार करनेवाला। उद्धारक। (यौ शब्दों के अंत में, जैसे—विपत्ति-उधारन)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उधारना					 : | स० [सं० उद्वरण] किसी को विपत्ति या संकट से निकालना या मुक्त करना। उद्धार करना। उदाहरण—कौने देव बराय बिरद हित हठि हठि अधम उधारे।—तुलसी।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |