| शब्द का अर्थ | 
					
				| उन्मीलन					 : | पुं० [सं० उद्√मील्(पलक करना)+ल्युट अन] [वि० उन्मीलनीय, भू० कृ० उन्मीलित, कर्त्ता, उन्मीलक] १. (पलकें ऊपर उठाकर) आँखें खोलना। २. (फूल) खिलना। विकसित होना। ३. प्रकट उन्मीलन अभिराम। -प्रसाद। ४. चित्र-कला में खुलाई नाम की क्रिया। अ० विशेष दे० ‘खुलाई’।होना० सामने आना। उदाहरण—विश्व का | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उन्मीलना					 : | स० [सं० उन्मीलन] १. खोलना। २. विकसित करना। खिलाना। अ० १. खुलना। २. खिलना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उन्मीलन					 : | पुं० [सं० उद्√मील्(पलक करना)+ल्युट अन] [वि० उन्मीलनीय, भू० कृ० उन्मीलित, कर्त्ता, उन्मीलक] १. (पलकें ऊपर उठाकर) आँखें खोलना। २. (फूल) खिलना। विकसित होना। ३. प्रकट उन्मीलन अभिराम। -प्रसाद। ४. चित्र-कला में खुलाई नाम की क्रिया। अ० विशेष दे० ‘खुलाई’।होना० सामने आना। उदाहरण—विश्व का | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उन्मीलना					 : | स० [सं० उन्मीलन] १. खोलना। २. विकसित करना। खिलाना। अ० १. खुलना। २. खिलना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |