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			| शब्द का अर्थ |  
				| उप-रस					 : | पुं० [सं० अत्या० स०] वैद्यक में गंधक, ईगुर, अभ्रक, तूतिया, चुम्बक पत्थर आदि पदार्थ जो रस अर्थात् पारे के समान गुणकारी माने गये हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उप-रस					 : | पुं० [सं० अत्या० स०] वैद्यक में गंधक, ईगुर, अभ्रक, तूतिया, चुम्बक पत्थर आदि पदार्थ जो रस अर्थात् पारे के समान गुणकारी माने गये हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |