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			| शब्द का अर्थ |  
				| उप-वेद					 : | पुं० [सं० अत्या० स०] वेदों से ग्रहण की हुई लोकोपकारी विद्याएँ। इनमें चार मुख्य हैं-यजुर्वेद से ग्रहण किया हुआ धनुर्वेद, सामवेद लिया हुआ गंधर्ववेद, ऋग्वेद से निकाला हुआ आयुर्वेद और अर्थवेद से ली हुई स्थापत्यकला। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उप-वेद					 : | पुं० [सं० अत्या० स०] वेदों से ग्रहण की हुई लोकोपकारी विद्याएँ। इनमें चार मुख्य हैं-यजुर्वेद से ग्रहण किया हुआ धनुर्वेद, सामवेद लिया हुआ गंधर्ववेद, ऋग्वेद से निकाला हुआ आयुर्वेद और अर्थवेद से ली हुई स्थापत्यकला। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |