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			| शब्द का अर्थ |  
				| उपजना					 : | अ० [सं० उपजन्, प्रा० उपज्जइ] १. उत्पन्न होना। जन्म लेना। उदाहरण—बूड़ा बंस कबीर का कि उपजा पूत कमाल।—कबीर। २. अंकुर निकलना या फूटना। उगना। ३. कोई नई बात सूझना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उपजना					 : | अ० [सं० उपजन्, प्रा० उपज्जइ] १. उत्पन्न होना। जन्म लेना। उदाहरण—बूड़ा बंस कबीर का कि उपजा पूत कमाल।—कबीर। २. अंकुर निकलना या फूटना। उगना। ३. कोई नई बात सूझना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |