| शब्द का अर्थ | 
					
				| उपड़ना					 : | अ० [सं० उत्पटन] १. उखड़ना। २. दे० उपटना। ३. इस प्रकार प्रत्यक्ष या स्पष्ट होना कि दिखाई दे या समझ में आ सके। जैसे—चिट्ठी उपड़ना=चिट्ठी का पढ़ा जाना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उपड़ना					 : | अ० [सं० उत्पटन] १. उखड़ना। २. दे० उपटना। ३. इस प्रकार प्रत्यक्ष या स्पष्ट होना कि दिखाई दे या समझ में आ सके। जैसे—चिट्ठी उपड़ना=चिट्ठी का पढ़ा जाना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |