| शब्द का अर्थ | 
					
				| उपधि					 : | पुं० [सं० उप√धा+कि] १. छल-कपट। जालसाजी। २. (मुकदमे में) सच्ची बात छिपाकर इधर-उधर की बातें कहना। ३. धमकी। ४. गाड़ी का पहिया। ५. आधार। नींव। (बौद्ध)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उपधिक					 : | वि० [सं० उपधा+ठन्-इक] छलकपट या जालसाजी करनेवाला। धोखेबाज। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उपधि					 : | पुं० [सं० उप√धा+कि] १. छल-कपट। जालसाजी। २. (मुकदमे में) सच्ची बात छिपाकर इधर-उधर की बातें कहना। ३. धमकी। ४. गाड़ी का पहिया। ५. आधार। नींव। (बौद्ध)। | 
			
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				| उपधिक					 : | वि० [सं० उपधा+ठन्-इक] छलकपट या जालसाजी करनेवाला। धोखेबाज। | 
			
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