| शब्द का अर्थ | 
					
				| उपबंध					 : | पुं० [सं० उप√बन्ध् (बाँधना)+घञ्] किसी प्रलेख या विधि का कोई ऐसा उपांग या धारा जिसमें किसी बात की सम्भावना को ध्यान में रखकर कोई अवकाश निकाला या प्रबन्ध किया गया हो। (प्राविजन) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उपबंधित					 : | भू० कृ० [सं० उपबंध+इतच्] जो किसी प्रकार के उपबंधन से युक्त किया गया हो। (प्रोवाइडेड)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उपबंध					 : | पुं० [सं० उप√बन्ध् (बाँधना)+घञ्] किसी प्रलेख या विधि का कोई ऐसा उपांग या धारा जिसमें किसी बात की सम्भावना को ध्यान में रखकर कोई अवकाश निकाला या प्रबन्ध किया गया हो। (प्राविजन) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उपबंधित					 : | भू० कृ० [सं० उपबंध+इतच्] जो किसी प्रकार के उपबंधन से युक्त किया गया हो। (प्रोवाइडेड)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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