| शब्द का अर्थ | 
					
				| उबट					 : | पुं० [सं० उद्वाट] अट-पट मार्ग। विकट रास्ता। वि० ऊबड़-खाबड़।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उबटन					 : | पुं० [सं० उद्वर्तन, प्रा० उब्बउणं, पा० उब्बहन, पूर्वी० हिं० अबटन] १. शरीर की त्वचा को कोमल और स्वच्छ करने के लिए उस पर लगाया जानेवाला सरसों, चिरौंजी, तिल आदि का लेप। २. विवाह की एक रीति जिसमें विवाह के पूर्व वर-वधू के शरीर पर उबटन का लेप किया जाता है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उबटना					 : | अ० [सं० उद्वर्तन, पा० उब्बटन] उबटन मलना या लगाना। पुं०=उबटन। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उबट					 : | पुं० [सं० उद्वाट] अट-पट मार्ग। विकट रास्ता। वि० ऊबड़-खाबड़।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उबटन					 : | पुं० [सं० उद्वर्तन, प्रा० उब्बउणं, पा० उब्बहन, पूर्वी० हिं० अबटन] १. शरीर की त्वचा को कोमल और स्वच्छ करने के लिए उस पर लगाया जानेवाला सरसों, चिरौंजी, तिल आदि का लेप। २. विवाह की एक रीति जिसमें विवाह के पूर्व वर-वधू के शरीर पर उबटन का लेप किया जाता है। | 
			
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				| उबटना					 : | अ० [सं० उद्वर्तन, पा० उब्बटन] उबटन मलना या लगाना। पुं०=उबटन। | 
			
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