| शब्द का अर्थ | 
					
				| उमेठना					 : | स्त्री० [सं० उद्वेष्टन] १. उमेठने की क्रिया या भाव। २. उमेठने से पड़ी हुई ऐठन या बल। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उमेठना					 : | स० [सं० उद्वेष्टन] किसी वस्तु को इस प्रकार घुमाते हुए मरोड़ना कि उसमें बल पड़ जाय। ऐंठना। जैसे—किसी के कान उमेठना। अ० ऐंठ या रूठकर बैठना। उदाहरण—मानिक निपुन बनाय निलय मै धनु उपमेय उमेठी।—सूर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उमेठना					 : | स्त्री० [सं० उद्वेष्टन] १. उमेठने की क्रिया या भाव। २. उमेठने से पड़ी हुई ऐठन या बल। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उमेठना					 : | स० [सं० उद्वेष्टन] किसी वस्तु को इस प्रकार घुमाते हुए मरोड़ना कि उसमें बल पड़ जाय। ऐंठना। जैसे—किसी के कान उमेठना। अ० ऐंठ या रूठकर बैठना। उदाहरण—मानिक निपुन बनाय निलय मै धनु उपमेय उमेठी।—सूर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |