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			| शब्द का अर्थ |  
				| उर्वी-धर					 : | पुं० [सं० त० स०] १. वह जिसने पृथ्वी को धारण किया हो, अर्थात् शेषनाग। २. पर्वत। पहाड़। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उर्वी-धर					 : | पुं० [सं० त० स०] १. वह जिसने पृथ्वी को धारण किया हो, अर्थात् शेषनाग। २. पर्वत। पहाड़। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |