| शब्द का अर्थ | 
					
				| उलटी					 : | स्त्री० [हिं० उलटा० का स्त्री] १. कै। वमन। २. मालखंभ की एक कसरत जिसमें खिलाड़ी बीच में उलट जाता है। ३. कलैया। कलाबाजी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उलटी-बगली					 : | स्त्री० [हिं० उलटी+बगली] व्यायाम में मुदगल को पीठ पर से छाती की ओर इस प्रकार घुमाना कि मुट्ठी हर हाल में ऊपर रहे। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उलटी रुमाली					 : | स्त्री० [फा० रुमाल] मुगदल भाँजने का एक प्रकार, जिसमें रुमाली के समान मुगदल की मुठिया उलटी पकड़कर मुगदल आगे की ओर ले जाते है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उलटी सरसों					 : | स्त्री० [हिं० उलटी+सरसों] ऐसी सरसों जिसकी कलियों का मुँह नीचे होता है। विशेष—यह टोने-टोटके और यंत्र-मंत्र के काम आती है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उलटी					 : | स्त्री० [हिं० उलटा० का स्त्री] १. कै। वमन। २. मालखंभ की एक कसरत जिसमें खिलाड़ी बीच में उलट जाता है। ३. कलैया। कलाबाजी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उलटी-बगली					 : | स्त्री० [हिं० उलटी+बगली] व्यायाम में मुदगल को पीठ पर से छाती की ओर इस प्रकार घुमाना कि मुट्ठी हर हाल में ऊपर रहे। | 
			
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				| उलटी रुमाली					 : | स्त्री० [फा० रुमाल] मुगदल भाँजने का एक प्रकार, जिसमें रुमाली के समान मुगदल की मुठिया उलटी पकड़कर मुगदल आगे की ओर ले जाते है। | 
			
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				| उलटी सरसों					 : | स्त्री० [हिं० उलटी+सरसों] ऐसी सरसों जिसकी कलियों का मुँह नीचे होता है। विशेष—यह टोने-टोटके और यंत्र-मंत्र के काम आती है। | 
			
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