शब्द का अर्थ
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					ओट					 :
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					स्त्री० [सं० ओढ़=पास लाया हुआ] १. ऐसी आड़ या रोक जिसके पीछे कोई छिप सके। ऐसी वस्तु जिसके पीछे छिपने से सामनेवाला व्यक्ति देख न सके। पद—ओट में दूसरों से छिपकर। मुहावरा—ओट में शिकार खेलना=आड़ में रहकर आगात या वार करना। २. रक्षा या शरण का स्थान पनाह। उदाहरण—नाम ओट लेत ही निखोट होत खोटे खल...।—तुलसी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटना					 :
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					स० [सं० आवर्त्तन, पा० आवट्ठन] १. कपास या रूई को इस प्रकार ओटनी में से निकालना कि उसके बिनौले अलग हो जायँ। २. अपनी ही बात बराबर कहते या दोहराते चलना। [हिं० ओट=आड़] आड़ या ओट में होना। छिपना। स०=ओड़ना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटनी					 :
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					स्त्री० [हिं० ओटना] लकड़ी या लोहे का वह उपकरण या चरखी जिससे कपास में से बिनौले अलग किये जाते हैं।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओट-पाई					 :
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					स्त्री०=औटपाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओट-पाय					 :
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					पुं०=औटपाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटा					 :
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					पुं० [हिं० ओट] १. ओट या आड़ करने के लिए खड़ी की हुई दीवार। २. आड़। ओट। उदाहरण—घर घर सावन खेलैं अहेरा पाथर ओटा लेइ।—कबीर। ३. चक्की के पास का वह स्थान जहाँ बैठकर चक्की पीसी जाती है। ४. दरवाजे के दोनों ओर बैठने के लिए छोटे चबूतरे। ५. सुनारों का एक औजार।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटी					 :
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					स्त्री०=ओटनी (चरखी)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओट					 :
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					स्त्री० [सं० ओढ़=पास लाया हुआ] १. ऐसी आड़ या रोक जिसके पीछे कोई छिप सके। ऐसी वस्तु जिसके पीछे छिपने से सामनेवाला व्यक्ति देख न सके। पद—ओट में दूसरों से छिपकर। मुहावरा—ओट में शिकार खेलना=आड़ में रहकर आगात या वार करना। २. रक्षा या शरण का स्थान पनाह। उदाहरण—नाम ओट लेत ही निखोट होत खोटे खल...।—तुलसी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटना					 :
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					स० [सं० आवर्त्तन, पा० आवट्ठन] १. कपास या रूई को इस प्रकार ओटनी में से निकालना कि उसके बिनौले अलग हो जायँ। २. अपनी ही बात बराबर कहते या दोहराते चलना। [हिं० ओट=आड़] आड़ या ओट में होना। छिपना। स०=ओड़ना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटनी					 :
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					स्त्री० [हिं० ओटना] लकड़ी या लोहे का वह उपकरण या चरखी जिससे कपास में से बिनौले अलग किये जाते हैं।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओट-पाई					 :
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					स्त्री०=औटपाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओट-पाय					 :
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					पुं०=औटपाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटा					 :
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					पुं० [हिं० ओट] १. ओट या आड़ करने के लिए खड़ी की हुई दीवार। २. आड़। ओट। उदाहरण—घर घर सावन खेलैं अहेरा पाथर ओटा लेइ।—कबीर। ३. चक्की के पास का वह स्थान जहाँ बैठकर चक्की पीसी जाती है। ४. दरवाजे के दोनों ओर बैठने के लिए छोटे चबूतरे। ५. सुनारों का एक औजार।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओटी					 :
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					स्त्री०=ओटनी (चरखी)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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