शब्द का अर्थ
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					ओला					 :
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					पुं० [सं० उपल] १. शीत काल में, वर्षा के जल के साथ-साथ कभी-कभी गिरनेवाले बरफ के छोटे-छोटे टुकड़े। २. मिसिरी का बना हुआ लड्डू। ३. एक प्रकार का बबूल। वि० बहुत ठंढा। पुं० [हिं० ओल] १. आड़। ओट। २. परदा। ३. भेद या रहस्य की बात। प्रत्यय-[सं० पोलक, प्रा० ओलअ=बच्चा या छोटा रूप] एक प्रत्यय जो कुछ शब्दों के अंत में लगकर किसी वस्तु के आरंभिक या छोटे रूप का सूचक होता है। जैसे—साँप से सँपोला और खाट से खटोला आदि। कभी-कभी इसके योग से भाववाचक संज्ञाएँ भी बनती हैं। जैसे—झोंका से झँकोला। कुछ अवस्थाओं में यह तुच्छार्थक भी होता है। जैसे—बात से बतोला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओलारना					 :
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					स०=उलराना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					ओला					 :
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					पुं० [सं० उपल] १. शीत काल में, वर्षा के जल के साथ-साथ कभी-कभी गिरनेवाले बरफ के छोटे-छोटे टुकड़े। २. मिसिरी का बना हुआ लड्डू। ३. एक प्रकार का बबूल। वि० बहुत ठंढा। पुं० [हिं० ओल] १. आड़। ओट। २. परदा। ३. भेद या रहस्य की बात। प्रत्यय-[सं० पोलक, प्रा० ओलअ=बच्चा या छोटा रूप] एक प्रत्यय जो कुछ शब्दों के अंत में लगकर किसी वस्तु के आरंभिक या छोटे रूप का सूचक होता है। जैसे—साँप से सँपोला और खाट से खटोला आदि। कभी-कभी इसके योग से भाववाचक संज्ञाएँ भी बनती हैं। जैसे—झोंका से झँकोला। कुछ अवस्थाओं में यह तुच्छार्थक भी होता है। जैसे—बात से बतोला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					ओलारना					 :
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					स०=उलराना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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