शब्द का अर्थ
|
कृश :
|
वि० [सं०√कृश् (पतला करना)+क्त, नि० सिद्धि] १. जिसका शरीर सूखा हुआ हो। दुबला-पतला। क्षीणकाय। २. दुर्बल। कमजोर। ३. अकिंचन। दरिद्र। ४. अल्प। थोड़ा। पुं० एक प्रकार का पक्षी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशता :
|
स्त्री० [सं० कृश+तल्-टाप्] १. कृश अर्थात् दुबले-पतले होने की अवस्था या भाव। दुबलापन। २. कमजोरी। दुर्बलता। ३. अल्पता। न्यनता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशताई :
|
स्त्री०=कृशता।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृश्त्व :
|
पुं० [सं० कृश+त्व] कृशता (दे०) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृश-नास :
|
पुं० [ब० स०] शिव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशर :
|
पुं० [सं० कृश√रा (दान)+क] [स्त्री० कृशरा] १. तिल और चावल के योग से बनी हुई खिचड़ी। २. खिचड़ी। ३. लोबिया। मटर। ४. खेमारी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशरान्न :
|
पुं० [सं० कृशर-अन्न, कर्म० स०] खिचड़ी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशान :
|
पुं० पुं० दे० ‘कृशानु’।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशानु :
|
पुं० [सं०√कृश्+आनुक्] १. अग्नि। आग। २. चीता। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशानुरेता (तस्) :
|
पुं० [ब० स०] शिव। महादेव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशाश्व :
|
पुं० [सं० कृश-अश्व, ब० स०] १. तृणविंदु वंश के एक राजर्षि। (भाग पुराण) २. दक्ष के एक जामाता का नाम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशाश्वी (श्विन्) :
|
पुं० [सं० कृशाश्व+इनि] १. कृशाश्व के नाट्य शास्त्र का अध्येता। २. अभिनेता। नट। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशित :
|
वि० [सं० कृश] १. क्षीण काय। दुबला-पतला। २. कमजोर। दुर्बल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशोदर :
|
वि० [सं० कृश-उदर, ब० स०] [स्त्री० कृशोदरा, कृशोदरी] १. जिसका पेट या बीच का भाग पतला हो। २. पतली कमरवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कृशोदरी :
|
वि० [सं० कृशोदर+ङीष्] पतली कमरवाली। (स्त्री)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |