| शब्द का अर्थ | 
					
				| खंडर					 : | पुं०=खँडहर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| खँडरना*					 : | स.[सं० खंडन] १. खंड-खंड या टुकड़े-टुकड़े करना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) उदाहरण–ताहि सियपुत्र तिल-तूल सम खंडरै।–केशव। २. =खंडना (खंडन करना)। | 
			
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				| खँडरा					 : | पुं० [सं० खंड+हिं० बरा] १. एक प्रकार का मीठा बड़ा। २. बेसन का बना हुआ हुआ बड़ा। | 
			
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				| खंडरिच					 : | पुं०=खंजन (पक्षी)। | 
			
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