| शब्द का अर्थ | 
					
				| खखार					 : | पुं० [अनु.] खखारने पर मुँह के रास्ते निकलने वाली बलगम। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| खखारना					 : | अ० [सं० क्षरण] १. पेट की वायु को इस प्रकार मुँह के रास्ते निकालना कि वह गले में से निकलते समय शब्द करे तथा अपने साथ कफ या बलगम भी लेती आवे। २. उक्त प्रक्रिया से मुँह में आई हुई बलगम को थूकना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| खखारवा					 : | पुं० [देश] जहाज पर काम करनेवाला मजदूर। खलासी। पुं०=खाका।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |