| शब्द का अर्थ | 
					
				| खट्टा					 : | वि० [सं० खट्ट, प्रा. खट्ट, बँ. खाटा, उ. खटा, सिं. खटो, गु. खाटू] आम, इमली आदि के से स्वाद वाला। मुहावरा–(जी या मन) खट्टा होना=अप्रसन्न या उदासीन होना। नाराज होना। (किसी से) खट्टा खाना=अप्रसन्न रहना। मुँह फुलाना। खट्टी छाछ से भी जाना=थोड़े लाभ से भी वंचित होना। पुं० एक प्रकार का बड़ा नीबू। पुं० =खाट (चारपाई)। | 
			
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				| खट्टा-मीठा					 : | वि०=खट-मीठा। पुं० संसार का ऊँच-नीच या दुःख-सुख। जैसे–आप तो सब खट्टा-मीठा चख या देख के बैठे हैं। | 
			
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				| खट्टाश (स)					 : | पुं० [सं० खट्ट√अश् (व्याप्ति)+अच्] [स्त्री० खट्टाशी (सी)] बिल्ली की तरह का एक प्रकार का जंगली जंतु जिसका मुँह चूहे की तरह निकला हुआ होता है। (सिवेट-कैट) | 
			
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