| शब्द का अर्थ | 
					
				| खुरक					 : | स्त्री० [हिं० खुटका] १. खटका। अंदेशा। उदाहरण–सुआ न रहै खुरुक जिअ, अबहिं काल सो आउ।–जायसी। २. चिंता। सोच। स्त्री० =खुजली। पुं० [सं० खुर्√कै (चमकना)+क] १. तिल का पेड़। २. एक प्रकार का नृत्य। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| खुरक राँगा					 : | पुं० [हिं० खुरक+राँगा] एक प्रकार का नरम और सफेद राँगा जो जल्दी गल जानेवाला होता है। हिरनखुरी राँगा। विशेष-वैद्यक में यह भस्म बनाने के लिए अच्छा माना जाता है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| खुरका					 : | पुं० [देश०] एक प्रकार की घास। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |