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			| शब्द का अर्थ |  
				| खेड़ी					 : | स्त्री० [देश०] १. वह मांसखंड जो जरायुज जीवों, (जैसे– मनुष्य, गाय, भैंस आदि) के नवजात शिशुओं या बच्चों की नाल के दूसरे सिरों में लगा रहता है। २. मूल धातुओं को गलाने पर उनमें से निकलने वाली मैल। धातुमैल। (स्लैग) ३.एक प्रकार का बढिया लोहा। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |