| शब्द का अर्थ | 
					
				| खेस					 : | पुं० [फा० खिस] करघे पर बुना हुआ एक प्रकार का मोटा कपड़ा जो चारपाई आदि पर बिछाया अथवा जाड़े में ओढ़ा जाता है। | 
			
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				| खेसर					 : | पुं० [सं०खे√सृ (गति)+ट अलुक् स०] खच्चर। | 
			
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				| खेसारी					 : | स्त्री० [सं० कृसर या खंजकारि] एक प्रकार का कदन्न। लतरी। दुबिया मटर। | 
			
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