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			| शब्द का अर्थ |  
				| गद्गद					 : | वि.[सं०√गदगद(स्पष्ट न बोलना)+अच्] १.बहुत अधिक प्रेम, श्रद्धा, हर्ष आदि आवेग से इतना भरा हुआ कि अपने आपको भूल जाए और स्पष्ट बोल न सके। २. (कंठ या वाणी) जो उक्त आवेग के कारण अवरूद्ध हो। ३. बहुत अधिक प्रसन्न या हर्षित। पुं० [सं०] एक प्रकार का रोग जिसमें रोगी शब्दों का स्पष्ट उच्चारण नहीं कर सकता अथवा एक एक अक्षर का रुक-रुककर और कई बार में उच्चारण करता है। हकलाने का रोग। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |