| शब्द का अर्थ | 
					
				| गव्य					 : | वि० [सं० गो+यत्] गो से उत्पन्न या प्राप्त। जैसे–दूध, दही घी गोबर गोमूत्र आदि। पद-पंच-गव्य। (देखें)। पुं० १. गौओं का झुंड। २. दे० पंच-गव्य। | 
			
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				| गव्या					 : | स्त्री० [सं० गव्य+टाप्] १. गौओं का झुंड। २. दो कोस की दूरी या नाप ३. ज्या। ४. गोरोचन। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| गव्यूति					 : | स्त्री० [सं० गो-यूति,ष० त० अवं आदेश] दो कोस या दो हजार धनुष की दूरी की एक प्राचीन नाप। | 
			
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