| शब्द का अर्थ | 
					
				| गाँधार					 : | वि० [सं० गान्ध+ऋ (गति)+अण्] १. गंधार देश। गंधार का। २. गंधार देश में रहने या होनेवाला। पुं० १. गंधार नामक प्राचीन देश जो पेशावर से कंधार तक था। २. उक्त देश का निवासी। ३. संगीत के सात स्वरों में से तीसरा स्वर। ४. एक प्रकार का षाड़व राग जो अदभुत करुण और हास्यरस के लिए उपयुक्त कहा गया है। ५. गंधरस नामक सुगंधित द्रव्य। | 
			
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				| गांधार					 : | पुं० [कर्म० स०] गाधार नामक राग का दूसरा नाम। | 
			
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				| गांधार-भैरव					 : | पुं० [कर्म० स०] प्रातः समय गाया जानेवाला एक प्रकार का संकर राग। | 
			
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				| गांधारि					 : | पुं० [सं० गन्ध+अण्,गान्ध√ऋ+इन्] दुर्योधन के मामा शकुनि का नाम। | 
			
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				| गांधारी					 : | स्त्री० [सं० गान्धार+इञ्-ङीप्] १. गांधार देश की स्त्री। २. धृतराष्ट्र की पत्नी और दुर्योधन की माता जो गांधार के राजा सुबल की पुत्री थी। ३. षाडव संपूर्ण जाति की एक रागिनी जो दिन के दूसरे पहर में गायी जाती है। ४. तंत्र तथा हठयोग के अनुसार दाहिनी आँख की एक नाड़ी। ५. जवासा। पुं० [सं० गांधारिन्] १. जैनों के एक शासन देवता। २. गाँजा। | 
			
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