| शब्द का अर्थ | 
					
				| जल्प					 : | पुं० [सं०√जल्प (कहना)+घञ्] १. कथन। २. बकवाद। प्रलाप। ३. ऐसा तर्क-वितर्क या विवाद जिसमें औचित्य, न्याय, सत्य आदि का विचार छोड़कर केवल अपनी बात ठीक सिद्ध करने का प्रयत्न किया जाय। ४. सोलह पदार्थों में से एक पदार्थ। (न्याय) | 
			
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				| जल्पक					 : | वि० [सं०√जल्प+ण्वुल्-अक] १. कहनेवाला। २. बकवादी। वाचाल। ३. झूठ-मूठ तर्क-वितर्क करनेवाला। | 
			
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				| जल्पन					 : | पुं० [सं०√जल्प+ल्युट-अन] १. जल्प करने की क्रिया या भाव। २. डींग। | 
			
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				| जल्पना					 : | अ० [सं० जल्पन] १. कहना। बोलना। २. व्यर्थ में या बेफायदा बोलना। बकवाद करना। ३. व्यर्थ में तर्क-वितर्क करना। ४. डींग मारना। | 
			
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				| जल्पाक					 : | वि० [सं०√जल्प+षाकन्]=जल्पक। | 
			
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				| जल्पित					 : | भू० कृ० [सं०√जल्प+क्त] १. कहा हुआ। २. बका हुआ। ३. मनगढंत और मिथ्या (बात)। | 
			
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