| शब्द का अर्थ | 
					
				| जहँ					 : | अव्य०=जहाँ।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| जहँड़ना					 : | अ० [सं० जहन, हिं० जँहड़ना] १. घाटा उठाना। २. धोखे में आना। ठगा जाना। ३. निष्फल या व्यर्थ होना। उदाहरण–ईजग तो जहँड़े गया, भया जोग न भोग।–कबीर। स० धोखा देना। ठगना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| जहँड़ाना					 : | अ० स०=जहँड़ना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |