| शब्द का अर्थ | 
					
				| जिंद					 : | पुं० जिन (भूत-प्रेत)। स्त्री०=जंद (फारस की पुरानी भाषा)। स्त्री०=जिंदगी। (पंजाब)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| जिंदगानी					 : | स्त्री० [फा०] जिंदगी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| जिंदगी					 : | स्त्री० [फा०] १. जीवित रहने की अवस्था। जीवन। २. पूरी आयु या जीवन-काल। मुहावरा–जिंदगी के दिन पूरे करना=जैसे–तैसे या बहुत कष्ट से जीवन बिताना। ३. निश्चित और प्रसन्न रहने की मनोवृत्ति। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| जिंदा					 : | वि० [फा० जिंदः] १. जिसमें जीवन या प्राण हो। जीवित। २. जिसमें जीवनी-शक्ति हो। सक्रिय और सचेष्ट। ३. प्रफुल्ल। हरा भरा। पद–जिनंदाबाद=अमर हो। सदा जीवित रहे। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| जिंदादिल					 : | वि० [फा०] [भाव० जिंदादिली] १. (व्यक्ति) जो सदा प्रसन्न रहता हो। हँसमुख। २. उत्साही। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| जिंदु					 : | स्त्री०=जिंदगी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |