| शब्द का अर्थ | 
					
				| जीत					 : | स्त्री० [सं० जिति] १. युद्ध में, जीतने की अवस्था या भाव। विजय। २. उक्त के आधार पर, किसी प्रतियोगिता, मुड़भेड़ शर्त आदि में मिलनेवाली या होनेवाली सफलता। ३. लाभ। स्त्री० [?] जहाज में पाल का बुताम या बटन। (लश०) | 
			
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				| जीतना					 : | स० [हिं० जीत+ना (प्रत्यय)] १. युद्ध में शत्रु को हराकर विजय प्राप्त करना। विजयी होना। २. किसी प्रतियोगिता, मुठभेड़, शर्त में सफल होना। जैसे–दौड़ जीतना। ३. उक्त के आधार पर तथा जीत में सफल होने पर पुस्तक या पुरस्कार जीतना। | 
			
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				| जीता					 : | वि० [हिं० जीना] १. जिसमें अभी जीवन या प्राण हो। जिन्दा। जीवित। २. तौल, नाप आदि में जो आवश्यक या उचित से थोड़ा अधिक या बढ़ा हुआ हो। जिंदा। | 
			
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				| जीतालू					 : | पुं० [सं० आलू] अरारोट। | 
			
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				| जीता लोहा					 : | पुं० [हिं० जीना+लोहा] चुंबक। | 
			
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				| जीति					 : | स्त्री० [देश०] एक प्रकार की लता जिसका मोटा तना धनुष की डोरी के रूप में काम में लाया जाता था। | 
			
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