| शब्द का अर्थ | 
					
				| जुल्म					 : | पुं० [अ०] १. किसी प्रबल या शक्तिशाली व्यक्ति का अनीति या अन्यायपूर्ण ऐसा कार्य जिससे असहायों, दुर्बलों तथा निरीहों को कष्ट होता हो। अत्याचार। २. कोई कठोर आचरण या व्यवहार। जैसे–शरीर के साथ जुल्म मत करो। मुहावरा–जुल्म ढाना=(क) कोई बहुत बड़ा अत्याचार करना। (ख) कोई अद्भुत या विलक्षण काम कर दिखाना। | 
			
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				| जुल्मत					 : | स्त्री० [अ० जुल्मत] अंधकार। | 
			
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				| जुल्मात					 : | पुं० [अ० ज़ुल्मत का बहु० रूप] १. अंधकार। २. कुछ विशिष्ट अंधकारपूर्ण स्थान। जैसे–स्त्रियों का गर्भाशय, समुद्र का बिलकुल नीचेवाला भाग। | 
			
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				| जुल्मी					 : | वि० [अ० जुल्मी] १. जुल्म अर्थात् अच्याचार करनेवाला। २. बहुत अधिक उग्र, तीव्र या विकट। प्रचंड। प्रबल। | 
			
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