| शब्द का अर्थ | 
					
				| जुहू					 : | पुं० [सं०√हु+क्विप्] १. पलाश की लक़ड़ी का बना हुआ एक प्रकार का अर्द्ध चंद्राकार यज्ञ-पात्र। २. पूर्व दिशा। | 
			
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				| जुहूर					 : | पुं० [अ० जहूर] प्रकट या प्रत्यक्ष होने की अवस्था, क्रिया या भाव। | 
			
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				| जुहू-राण					 : | पुं० [सं० जुहू√रण् (शब्द करना)+अण्] १. अग्नि २. अध्यर्यु। ३. चंद्रमा। | 
			
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				| जुहू-वाण					 : | पुं० [सं० जुह्√वण् (शब्द करना)+अण्] दे० ‘जुहूराण’। | 
			
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				| जुहूवान्(वत्)					 : | पुं० [सं० जुहू+मतुप्] अग्नि। | 
			
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