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			| शब्द का अर्थ |  
				| जूठन					 : | स्त्री० [हिं० जूठा] १. वह खाद्य पदार्थ जो किसी ने जूठे छोड़े हों। किसी के खाने पीने से बची हुई जूठी वस्तु। मुहावरा–(किसी के यहाँ) जूठन गिराना=किसी के यहाँ निमंत्रित होकर भोजन करना। जैसे–प्रार्थना है कि आज संध्या को मेरे यहाँ आकर जूठन गिराइये। २. वह पदार्थ जो किसी दूसरे के द्वारा एक या अनेक बार काम में लाया जा चुका हो और जिसमें किसी प्रकार की नवलता या नवीनता न रह गई हो। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |