| शब्द का अर्थ | 
					
				| ज्ञात					 : | भू० कृ० [सं०√ज्ञा+क्त] जिसके विषय में सब बातें मालूम हों। विदित। जाना हुआ। पुं०=ज्ञान। | 
			
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				| ज्ञात-नंदन					 : | पुं० [सं० ज्ञात√नंद (प्रसन्न होना)+णिच्+ल्यु-अन] जैनों के तीर्थकार महावीर स्वामी का एक नाम। | 
			
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				| ज्ञात-यौवना					 : | स्त्री० [ब० स०] साहित्य में वह मुग्धा नायिका जिसे अपने तारुण्य या यौवन के आगमन का स्पष्ट रूप से आभास या भान होने लगा हो। | 
			
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				| ज्ञातव्य					 : | वि० [सं०√ज्ञा+तव्यम्] १. जानने के योग्य। (कोई महत्त्वपूर्ण बात) २. जो जाना जा सके। बोध। गम्य। ३. जो दूसरों को जतलाया जाने को हो। | 
			
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				| ज्ञाता(तृ)					 : | वि० [सं०√ज्ञा+तृच्] [स्त्री० ज्ञात्री] जिससे किसी बात, विषय आदि का पूरा ज्ञान हो। जानकार। | 
			
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				| ज्ञाति					 : | पुं० [सं०√ज्ञा+क्तिच्] एक ही गोत्र या वंश में उत्पन्न मनुष्य। गोती। भाई-बंधु। बांधव। स्त्री०=जाति। | 
			
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				| ज्ञाति-पुत्र					 : | पुं० [ष० त०] १. गोत्रज का पुत्र। २. जैन तीर्थकार महावीर स्वामी का एक नाम। | 
			
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				| ज्ञातृत्व					 : | पुं० [सं० ज्ञा+त्व] अभिज्ञाता। जानकारी। | 
			
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