| शब्द का अर्थ | 
					
				| ठनका					 : | पुं० [हिं० ठनक] १. दे० ‘ठनक’। २. गरजता हुआ बादल। उदाहरण–भादौ रैन भयावनी अधौ गरजै औ घहराय। लवका लौके ठनका, ठनकै, छति दरद उठ जाय–गीत। | 
			
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				| ठनकाना					 : | स० [हिं० ‘ठनकना’ का स० ] १. इस प्रकार आघात करना जिससे कोई चीज ठन-ठन शब्द करने लगे। जैसे–परखने के लिए रुपया ठनकाना। २. ढोल, तबला आदि ऐसे बाजे बजाना, जिनमें से ठन-ठन शब्द निकलता हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| ठनकार					 : | स्त्री० [अनु०] ‘ठन’ की तरह का शब्द। ठनक। | 
			
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