| शब्द का अर्थ | 
					
				| ठहना					 : | अ० [सं० ध्वंसन] १. इमारत, भवन आदि का टूट-फूटकर जमीन पर गिरना। २. पूर्णतः नष्ट या समाप्त होना। संयो० क्रि०–जाना–पड़ना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| ठहना					 : | अ० [अनु०] १. घोड़े का हिनहिनाना। २. घंटे आदि का शब्द होना। अं० [सं० संस्थापन] १. बनाना। सँवारना। २. रक्षा करना। बचाना। उदाहरण–द्रुपद सुता की हरि जू लाज ठही।–सूर। अ०–ठहरना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |