| शब्द का अर्थ | 
					
				| ठेस					 : | स्त्री० [देश०] १. ऐसी हलका आघात जिससे किसी चीज या व्यक्ति की थोड़ी बहुत या सामान्य हानि हो। जैसे–ठेस लगने से शीशा टूट गया। २. किसी प्रकार के अपकृत्य के फलस्वरूप होनेवाला कुछ या सामान्य मानसिक कष्ट। जैसे–आपके व्यवहार से मेरे मन को ठेस लगी है। ३. किसी तत्त्व पर होनेवाला आघात। जैसे–किसी की प्रतिष्ठा या मान को ठेस लगना। क्रि० प्र०–पहुँचना।–पहुँचाना।–लगना।–लगाना। ४. आश्रय। सहारा। ढासना। जैसे–तकिये पर ठेस लगाकर बैठना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| ठेसना					 : | अ० [हिं० ठेस] आश्रय या सहारा लेना। ठेस लगाकर बैठना। स०=ठूसना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| ठेसमठेस					 : | क्रि० वि० [हिं० ठेस] सब पाल एक साथ खोले हुए जहाज का चलना) (लश०)। | 
			
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