शब्द का अर्थ
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					डाभ					 :
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					स्त्री० [सं० दर्भ] १. ऊसर भूमि में होनेवाली एक तरह की घास। २. कुश। दर्भ। ३. आम के वृक्ष के वे आरंभिक अंकुर जो कुछ समय बाद मंजरी के रूप में आते हैं। टोंस। मोर। ४. आम की ढेपनी या मुँह से निकलनेवाला तीखारस। चोप। उदाहरण–-जो लहि अंबहि डाभ न होई।–जायसी। ५. कच्चा नारियल जिसके अन्दर का पानी बहुत गुणकारक और स्वादिष्ट होने के कारण पीया जाता है। पुं० [हिं० डब=कमर] कमर में बाँधा जानेवाला परताला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					डाभक					 :
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					वि० [अनु० डभक-डभक से अनु०] कूएँ से तुरंत का निकाला हुआ। ताजा। जैसे–डाभक पानी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					डाभर					 :
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					पुं०=डाबर (बरसाती पानी का गड्ढ़ा)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |