शब्द का अर्थ
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					ढालना					 :
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					स० [सं० ध्वल्, प्रा० ढाल, डल्ल, गु० ढालवूँ, मरा० ढालणें, सि, ढारराड] १. कोई द्रव पदार्थ धार बाँधकर किसी पात्र में या यों ही कहीं गिराना या डालना। उँड़ेलना। जैसे–(क) गिलास में दूध ढालना। (ख) हंडे का पानी जमीन पर ढालना। २. कोई चीज बनाने के लिए गली या पिघली हुई धातु किसी साँचे में उँड़ेलना या गिराना। जैसे–पीतल के खिलौने या लोहे के कल-पुरजे ढालना। ३. पीने के लिए बोतल में से गिलास आदि में शराब उलटना या गिराना। ४. मद्य-पान करना। शराब पीना। जैसे–आज-कल मित्र मंडली में वह भी ढालने लगे हैं। ५. व्यंगंय हास्य आदि के रूप में कही हुई बात किसी दूसरे व्यक्ति पर लगाना या उसकी ओर प्रवृत्त करना। जैसे–साधारण हँसी की बात भी तुम मुझ पर ही ढीलने लगते हो ६. दाम लेकर कोई चीज बेचना। (दलाल) जैसे–वे अपने दोनों मकान ढाल रहे हैं। ७. प्राप्य धन, चन्दा आदि उगाहना। (पंजाब)।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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