| शब्द का अर्थ | 
					
				| दगल					 : | पुं० [अ० दग़ल] फरेब। धोखा। छल। उदाहरण—पहिरहु राता दगल सोहावा।—जायसी। पुं० [?] रूईदार ढीला अँगरखा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दगलना					 : | अ० [अ० दग़ल] छल करना। धोखा देना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दगल-फसल					 : | पुं० [अ० दग़ल+अनु० फसल या हिं० फँसाना] कपट। छल। धोखा। फरेब। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दगला					 : | पुं० [?] [स्त्री० अल्पा० दगली] रूईदार ढीला-ढाला अंगरखा। दगल। उदाहरण—वाह वाह मियाँ बाँके, तेरे दगले में सौ सौं टाँके।—कहा०। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |