| शब्द का अर्थ | 
					
				| दर-गुजर					 : | वि० [फा० दर-गुज़र] जो गुजर या बीत चुका हो। व्यतीत। पुं० १. किसी में अवगुण या दोष देखकर भी उसे अनदेखा करना अर्थात् उस पर ध्यान न देना। मुहावरा—(कोई बात) दर-गुजर करना=बीती हुई घटना या बात को उपेक्षापूर्वक भूल जाना। ध्यान न देना। जाने देना। २. क्षमा। माफी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दर-गुजरना					 : | अ० [फा० दर-गुजर] उपेक्षापूर्वक छोड़कर अलग होना। रहित रहने में ही अपना कल्याण समझना। बाज आना। जैसे—माफ कीजिए हम ऐसी दावत (या मेहमानदारी) से दर-गुजरे। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |