| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| दाना-पानी					 : | पुं० [फा० दाना+हिं० पानी] १. जीवन-निर्वाह के लिए आवश्यक खाने-पीने की चीजें। अन्न-जल। २. पेट भरने के लिए कुछ चीजें खाने या पीने की क्रिया या भाव। क्रि० प्र०—छोड़ना।—मिलना। ३. भरण-पोषण का आयोजन। जीविका। ४. भाग्य की वह स्थिति जिसके कारण किसी को कहीं जाकर रहना और वहाँ कुछ खाना-पीना पड़ता हो, अथवा वहाँ रहकर जीविका का निर्वाह करना पडता हो। अन्न-जल। मुहावरा—(कहीं से किसी का) दाना-पानी उठना=भाग्य या विधि का ऐसा विधान होना जिससे किसी व्यक्ति को किसी स्थान से (कहीं और जाने के लिए) हटना पड़े। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |