| शब्द का अर्थ | 
					
				| दिस्टि					 : | स्त्री०=दृष्टि।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दिस्टि-बंध					 : | पुं० [सं० दृष्टिबंध] इंद्रजाल। जादू। उदाहरण—राधव दिष्टि बंध कल्हि खेला। सभा माँझ चेटक अस मेला।—जायसी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दिस्टिवंत					 : | वि० [सं० दृष्टि-वंत] १. जिसे दिखाई देता हो। २. ज्ञानी। उदाहरण—दिस्टिवंत कहँ निअरे, अंध मूरुख कहँ दूरि।—जायसी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |