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			| शब्द का अर्थ |  
				| दोशाखा					 : | पुं० [फा० दुशाखः] १. वह शमादान जिसमें दो बत्तियाँ जलती हों। २. लकड़ी का वह उपकरण जिसमें दो छोटी लकड़ियों के बीच में कपड़ा लगा रहता है और जिसमें पीसी हुई भंग, दूध आदि छानते हैं। वि० दो शाखाओं या डालोंवाला। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |