| शब्द का अर्थ | 
					
				| द्वारा					 : | पुं० [सं० द्वार] १. द्वार। २. दरवाजा। ३. स्थान। जैसे—गुरुद्वारा। अव्य० [सं० द्वारात्] १. किसी माध्यम के आधार पर। जरिये। जैसे—अब तो खबरें भी रेडियों के द्वारा भेजी जाने लगीं। २. किसी के हस्ते। हाथ से। जैसे—पत्र नौकर द्वारा भेजा गया था। ३. किसी कारण या प्रक्रिया के फलस्वरूप। जैसे—(क) उदाहरण के द्वारा समझाई हुई बात। (ख) रोग के द्वारा होनेवाला कष्ट। ४. किसी के कर्तव्य या प्रयत्न से। जैसे—बच्चन द्वारा रचित मधुशाला। ५. किसी अभिकर्त्ता की मारफत। | 
			
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				| द्वाराचार					 : | पुं० [द्वार-आचार मध्य० स०]=द्वारचार (द्वार-पूजा)। | 
			
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				| द्वारादेयशुल्क					 : | पुं० [द्वार-आदेय, स० त० द्वारादेय-शुल्क, कर्म० स०] किसी स्थान के प्रवेश-द्वार पर लिया जानेवाला शुल्क या महसूल। चुंगी (कौ०)। | 
			
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				| द्वाराधिप					 : | पुं० [द्वार-अधपि ष० त०] द्वारपाल। | 
			
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				| द्वाराध्यक्ष					 : | पुं० [द्वार-अध्यक्ष ष० त०] द्वारपाल। | 
			
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				| द्वारावती					 : | स्त्री० [सं० द्वार+मतुप्, नि० दीर्घ] द्वारका (नगरी)। | 
			
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