| शब्द का अर्थ | 
					
				| नकुलांध					 : | पुं० [नकुल-अंध, उपमित स०] सुश्रुत के अनुसार आँख का एक रोग जिसमें आँखें नेवले की आँखों की तरह चमकने लगती हैं और चीजें रंग-बिरंगी दिखाई देने लगती हैं। वि० जिसे उक्त प्रकार का रोग हो। | 
			
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				| नकुलांधता					 : | स्त्री० [सं० नकुलांध+तल्—टाप्] नकुलांध रोग होने की अवस्था या भाव। | 
			
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				| नकुला					 : | स्त्री० [सं० नकुल+टाप्] पार्वती। वि० स० ‘नकुल’ का स्त्री०। पुं० =नाक।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| नकुलाढ्या					 : | स्त्री० [सं० नकुल-आढ्या, तृ० त०] गंधनाकुली। नकुलकंद। | 
			
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